चूहे की आत्मा | Chuhe Ki Aatma Story In Hindi | Moral Story

चूहे की आत्मा

चूहे की आत्मा | Chuhe Ki Aatma Story In Hindi | Moral Story
चूहे की आत्मा | Chuhe Ki Aatma Story In Hindi | Moral Story

यह एक चूहे की कहानी है। चूहे की आत्मा कहानी में एक ऋषि ने किसी चूहे को शेर में बदल दिया था फिर क्या हुआ ये जानने के लिए पढ़िए कहानी चूहे की आत्मा

यह एक बहुत पुरानी बात है। जब किसी जंगल में एक चूहा रहता था, वह बहुत डरपोक चूहा था जो बिल्लियों से बहुत डरता था। एक दिन वह चूहा एक ऋषि के पास गया और बोला- ‘मुझे बिल्लियों से बहुत डर लगता है। कृपया आप मुझे भी एक बिल्ली बना दें, ताकि मैं उनसे भयभीत न रहूं।’

ऋषि को चूहे पर दया आ गई। ऋषि ने उस चूहे को बिल्ली में बदल दिया। कुछ दिन सब कुछ ठीक रहा लेकिन कुछ दिनों बाद बिल्ली बना चूहा ऋषि के पास फिर आया और बोला- ‘अब मुझे कुत्ते बहुत सताते हैं। कृप्या मुझे एक कुत्ता बना दीजिये’ इस बार ऋषि ने उसे कुत्ते में बदल दिया।

कुत्ता बना चूहा कुछ दिन बाद फिर उस ऋषि से मिलने आ गया और बोला- ‘मैं जंगल में नहीं जा सकता। मुझे शेर से डर लगता है। आप मुझे शेर में बदल दें तो बड़ी कृपा होगी।’ ऋषि ने पीछा छुड़ाने के लिए उसे शेर में बदल दिया। शेर बना चूहा अब बहुत खुश हो गया और वह खुशी – खुशी वहाँ से चला गया

कुछ दिनों के बाद शेर बना चूहा फिर से ऋषि के सामने आ खड़ा हुआ और बोला- ‘जंगल में मैं सबसे ताकतवर हूं, लेकिन मैं शिकारियों के तीरों का सामना नहीं कर सकता। अब मैं क्या करूं?’

बार-बार की शिकायतों से तंग आकर ऋषि ने शेर बने चूहे को फिर से चूहे में बदल दिया, और कहा- ‘तुम्हारा कुछ नहीं हो सकता, क्योंकि तुम्हारे भीतर चूहे की आत्मा है।’

कहानी से शिक्षा (Moral Of The Story)

इस कहनी से ये शिक्षा मिलती है कि इंसान अपने आप को चाहे जितना भी बदल ले, जब तक वह अपने आप को अंदर से नहीं बदलता, तब तक वह खुद को नहीं बदल सकता | हर कोई अपने आप में अनोखा होता है | इसलिए हर विपत्ति का सामना स्वयं डटकर करना चाहिए | और जो गुण आपमें है उसे पहचान कर उसका उपयोग करना चाहिए और उसी में संतुष्ट होना चाहिए |

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