डर vs सम्मान कहानी | Fear Vs Respect Story in Hindi | Moral Story

डर vs सम्मान प्रेरक कहानी

डर vs सम्मान कहानी | Fear Vs Respect Story in Hindi | Moral Story
डर vs सम्मान कहानी | Fear Vs Respect Story in Hindi | Moral Story
बहुत पुराने समय की बात है, एक लक्ष्मण सिंह नाम का निर्दयी राजा विजय नगर राज्य का शासक था | वह राजा बहुत क्रूर था और अपने नागरिको को बेवजह सताता रहता था | उस नगर के सभी नागरिक राजा की क्रूरता के कारण भयभीत रहते थे |

लक्ष्मण सिंह के पास एक कुत्ता था जिसका नाम शेन था | राजा शेन से हर चीज से अधिक प्यार करता था | एक दिन सुबह के समय राजा के कुत्ते शेन की आकस्मिक मृत्यु हो गई | राजा ने कुत्ते के अंतिम संस्कार का प्रबंध किया | नगर की सारी जनता शेन के अंतिम संसार के लिए मैदान में इकट्ठी हुई |

राजा लक्ष्मण सिंह नगर के सभी लोगो को इकट्ठा देखकर बहुत खुश हुआ और सोचने लगा कि वह इस दुनिया का सबसे प्रसिद्ध राजा है, और इसके कुछ दिनों बाद राजा लक्ष्मण सिंह की भी मृत्यु हो गई पर राजा के अंतिम संस्कार में नगर का एक भी नागरिक नहीं पहुँचा |

कहानी से शिक्षा (Moral Of The Story)

सम्मान वह होती है जो आपको दूसरो से मिलती है जिसे आपने अपने कार्यो व व्यवहार से कमाया होता है | आप दूसरो को जबरदस्ती किसी दूसरे का सम्मान करने के लिए बाध्य नहीं कर सकते | यह डर और आदर के बीच एक बहुत बारीक फर्क होता है | प्रत्येक व्यक्ति को इस फर्क को समझना चाहिए और अपने व्यक्तित्व में इसे अपनाना शुरू कर देना चाहिए |

Fear Vs Respect Story In Hindi
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